Monday, February 14, 2011

इसे कहते है घर में बुलाकर मारना !

धोनी के साथियों ने आखिर पोंटिंग एंड कंपनी को घर में बुलाकर मार ही लिया, साबाश मेरे शेरो !
पर १ बात जरूर है की हमारे बल्लेबाजो ने क्या किया जी, अकेले सहवाग, पठान और आश्विन को छोड़ दो तो
गए साले, सब के सब बारह के भाव,
हो क्या गया है इस टीम को मेरे शेर बिना सचिन के बन्दे खेल ही नहीं सकते.
भैया कब तक बेचारे सचिन की बूढी हड्डियों से तेल निकालोगे. यार कभी तो छोड़ दो बेचारे को,
खैर अंत भला तो सब भला, भला हो चावला का और थोडा बहुत भज्जी का, जो तुम्हारी नाक बचा ली,
वरना गए थे तुम तो,
अगर यही हाल रहा तो फिर जीत लिया वर्ल्ड कप,
मेरे शेरो खेलो और ऐसे खेलो जैसे कपिल खेलते थे.
तभी जीत सकेंगे हम वर्ल्ड कप.
अग्रिम बधाई आपको.
मनोज चारण.

No comments:

Post a Comment